उमरिया से अशोक गौटिया की रिपोर्ट
नारियल,फूल और आरती कर जैसे ही मंदिर प्रांगड़ में उपसरपंच निकेश चतुर्वेदी हनुमान जी को दंडवत प्रणाम करने के लिए झुका वैसे ही स्थानीय आरोपी आकाश ने टांगी से हमला बोल खेत की ओर दौड़ लगा दिया,इस बीच आरोपी के भाई राघवेंद्र,दिनेश एवम अभिषेक अवस्थी भी मौके पर पहुंच गए थे,और घटना कारित कर ये सभी मौके से फरार भी हो गए थे।दरअसल नोरोजाबाद थाना अंतर्गत ग्राम पिनोरा स्थित हनुमान मंदिर के पास उपसरपंच निकेश चतुर्वेदी के सर पर टांगी से प्राणघातक हमला किया गया है,इस घटना में पीड़ित गम्भीर रूप से घायल बताया जा रहा है,घटना के बाद स्थानीय कार की मदद से उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया जहां प्राथमिक इलाज कर शहडोल स्थित अमृता अस्पताल रेफेर किया गया है।इस मामले में थाना प्रभारी राकेश व्हीके ने बताया कि पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में आरोपी भाइयों के विरुद्ध अपराध क्र 111/20 धारा 307,294,506,34 का प्रकरण कायम कर सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की गयी है,साथ ही हमले के दौरान प्रयुक्त टांगी भी जपत कर ली गयी है।मंदिर प्रांगड़ में मौजूद सभी चश्मदीद श्रद्धालुवों ने इस घटना की कड़ी भर्त्सना की है,और आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की मांग की है,हालांकि गम्भीर अपराध से जुड़े इस घटना के बाद से ही पुलिस हरकत में थी,और कुछ ही घण्टे में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्त में भी ले ली है।
दो साल पहले भी वारदात की थी तैयारी
उपसरपंच के ऊपर प्राण घातक हमला आरोपी भाइयों ने क्यों किया यह तो इन्वेस्टीगेशन का हिस्सा है,हालांकि कयास लगाया जा रहा है कि यह पूरा मामला राजनीतिक विद्वेष की वजह से हुवा है।सूत्रों की माने तो मुख्य आरोपी करींब दो साल पहले भी देर रात उपसरपंच पर प्राणघातक हमले की फिराक पर टांगी लेकर घर घुसा था,परन्तु पीड़ित परिजनों की सतर्कता से वह कामयाब नही हो सका था,बताया जाता है कि इस मामले की भी शिकायत पीड़ित पक्षकार ने पुलिस से की थी,जिसके बाद आरोपी की गिरफ्तारी भी की गई थी,हालांकि बाद में जमानत पर आरोपी बाहर आ गया था।इसके अलावा यह भी बताया जाता है कि करींब पांच साल पहले फरियादी के बड़े भाई ओमप्रकाश चतुर्वेदी एवम उनके साथी शिव कुमार साहू की भी हत्या की गई थी,जिनका शव स्थानीय खेत मे मिला था।पूर्व में हुई इन घटनाओं के बाद फिर से एक बार परिवार सदस्य उपसरपंच पर प्राणघातक हमला बड़ी वजह को इंगित कर रहा है,ज़रूरी है कि पुलिस इन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद इनसे हमले के कारणों की बारीकी से जांच करे, जिससे यह साफ हो सके कि ऐसे प्राणघातक हमले के पीछे कौन से कारण है ?