बढ़ते बच्चों के आहार में गाय के दूध को शामिल करना अच्छा होता है जबकि कुछ माता नवजात शिशु के लिए फूड तैयार करने में एक सामग्री के रूप में गाय के दूध का इस्तेमाल करते हैं। ऐसा खासतौर पर शिशु को पोषण देने के लिए किया जाता है लेकिन इससे पहले आपको ये जान लेना चाहिए कि क्या सच में नवजात शिशु और बच्चों के लिए गाय का दूध सुरक्षित होता है?
तो चलिए जानते हैं कि बच्चों को गाय का दूध देना कब शुरू करना चाहिए और बच्चों के लिए गाय के दूध के फायदे और नुकसान क्या है।
शिशु को किस उम्र से दे सकते हैं गाय का दूध
जब तक कि बच्चा एक साल यानी 12 महीने का नहीं हो जाता, तब तक उसे गाय का दूध नहीं देना चाहिए। अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स के अनुसार 12 महीने से कम उम्र के बच्चे गाय के दूध को ब्रेस्ट मिल्क और फॉर्मूला मिल्क की तरह पचा नहीं पाते हैं। गाय के दूध में प्रोटीन और खनिज पदार्थों की उच्च मात्रा होती है जिससे शिशु की किडनी पर दबाव पड़ सकता है। एक साल का होने के बाद बच्चे का पेट और किडनी दोनों मजबूत हो चुके हैं इसलिए ये उम्र गाय का दूध पिलाने के लिए सही है।
शिशु को गाय का दूध पिलाने के फायदे
एक साल की उम्र के बाद बच्चे को गाय का दूध पिला सकते हैं और इससे बच्चे को कई लाभ भी मिलते हैं, जैसे कि :
- मांसपेशियों का विकास : गाय के दूध में उच्च मात्रा में प्रोटीन होता है जो कि बच्चे की मांसपेशियों के स्वस्थ विकास के लिए बहुत जरूरी है।
- परिसंचरण तंत्र के लिए फायदेमंद : ब्लड प्रेशर को संतुलित रखने के लिए रोजाना गाय का दूध पीना सही रहता है। ये संपूर्ण परिसंचरण तंत्र को लाभ पहुंचा सकता है।
- नसों का विकास : गाय के दूध में फोसफोलिपिड और ग्लाइकोस्फिनोलिपिड नामक लिपिड होते हैं जो नसों की कोशिकाओं के विकास में अहम भूमिका निभाते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो ये लिपिड शिशु के मस्तिष्क की नसों के विकास में मददगार होते हैं।
- हड्डियों को स्वस्थ : गाय के दूध के नियमित सेवन से शिशु को रोजाना की कैल्शियम की पूर्ति में मदद मिलती है।
बच्चे को कैसे दें गाय का दूध
गाय का दूध पचाने में मुश्किल होता है और उसे धीरे-धीरे कम मात्रा में दूध देना शुरू करना चाहिए।
- हो सकता है कि बच्चे को शुरुआत में गाय का दूध पसंद न आए इसलिए उसे चम्मच से या घूंट-घूंट कर दूध पिलाएं।
- पहली बार में गाय के दूध में कोई अन्य खाद्य पदार्थ न मिलाएं। एक गिलास में दूध डालकर उसे पीने के लिए दें। इससे बच्चे को गाय के दूध के स्वाद का पता चलेगा।
- अगर आज आपने में बच्चे को एक कप दूध दिया है तो दूध की मात्रा बढ़ा़ने से पहले एक या दो दिन रूक जाएं। धीरे-धीरे इसकी मात्रा बढ़ाना सही रहेगा।
- सुबह के नाश्ते या शाम के समय बच्चे को रोज दूध पीने की आदत डालें।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में
- रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए भी गाय का दूध काफी फायदेमंद माना जाता है। वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार गाय के दूध में प्रोबायोटिक्स पाए जाते हैं। यह ऐसे प्रोबायोटिक्स होते हैं जो इम्यून सेल्स को मजबूत बनाने का कार्य करते हैं जिससे हमारी प्रतिरोधक क्षमता मजबूत हो सकती है। इसलिए किसी भी प्रकार के संक्रमण से बचे रहने के लिए आप गाय के दूध का सेवन कर सकते हैं।
- जिन लोगों को बाल झड़ने की समस्या है उनके लिए गाय का दूध काफी फायदेमंद साबित होगा। बाल झड़ने की समस्या तब उत्पन्न होती है जब व्यक्ति के शरीर में विटामिन-डी और जिंक जैसे पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। इन पोषक तत्वों की पर्याप्त मात्रा गाय के दूध में पाई जाती है। इसलिए गाय के दूध के जरिए उन पोषक तत्वों का सेवन करके बालों को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी और बालों का झड़ना भी काफी हद तक कम हो सकता है।
- डिस्लेक्सिया एक ऐसी बीमारी है जो एकाग्रता की कमी कर देती है। इसके लक्षण को इस तरह भी समझा जा सकता है कि इससे ग्रसित लोग किसी भी चीज को पढ़ने में काफी परेशानी का सामना करते हैं। यह एक प्रकार का मेंटल डिसऑर्डर कहा जाता है। गाय के दूध पीने वाले लोग इसकी चपेट में आने से बचे रह सकते हैं। इसका कारण यह है कि इस मस्तिष्क विकार से बचे रहने के लिए ओमेगा-3 फैटी एसिड की जरूरत होती है जो गाय के दूध में पर्याप्त मात्रा में पाई जाती है।
- यह बात तो हम सभी जानते हैं कि हड्डियों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए बॉडी में कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा होनी चाहिए। इस दौरान हमें इस बात का भी खास ख्याल रखना होता है कि कहीं हम अधिक मात्रा में कैल्शियम का सेवन तो नहीं कर रहे हैं। वहीं, गाय के दूध में कैल्शियम की सामान्य मात्रा पाई जाती है। इसलिए गाय का दूध अगर नियमित रूप से पीया जाए तो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद मिल सकती है।
- गाय का दूध आपके दिमाग पर काफी असर डालता है। नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार इस बात की पुष्टि भी की गई है। गाय के दूध में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है। यह एक ऐसा पोषक तत्व है जो मानव शरीर के लिए बहुत लाभदायक होता है। इसका सेवन करने से दिमाग की कार्य क्षमता में सुधार होता है और आप दिमाग संबंधित कई प्रकार के विकार से भी बचे रहते हैं। इसलिए आप अपने बच्चों को भी नियमित रूप से गाय का दूध पीने की सलाह दे सकते हैं।
- आंखों को स्वस्थ रखने के लिए हमें विटामिन-ए की जरूरत होती है। यह कई प्रकार के खाद्य पदार्थों में पाई जाती है। गाय के दूध में भी विटामिन-ए पर्याप्त रूप से मौजूद होता है। इसलिए जो लोग आंखों से जुड़ी किसी भी प्रकार की समस्या से बचे रहना चाहते हैं और देखने की क्षमता को सुधारना चाहते हैं तो उनके लिए गाय के दूध का सेवन लाभदायक साबित हो सकता है। ऐसे लोग नियमित रूप से गाय के दूध का सेवन करके अपनी आंखों की दृष्टि क्षमता को बढ़ा सकते हैं।
बच्चे को रोज कितना दूध दें
शिशु को प्रतिदिन 946 मि.ली से अधिक मात्रा में गाय का दूध नहीं देना चाहिए। अधिक दूध पीने से कैलोरी का सेवन बढ़ सकता है और बच्चे के पेट में अन्य ठोस आहार के लिए जगह नहीं बचती है। अगर बच्चा बताई गई मात्रा से ज्यादा दूध मांगता है तो उसे ब्रेस्ट मिल्क या फॉर्मूला मिल्क दें।
गाय का दूध पीने के नुकसान
12 महीने से कम उम्र के शिशु को गाय का दूध देने से नुकसान हो सकते हैं। इससे उसके पेट और आंतों की अंदरूनी परत प्रभावित हो सकती है जिससे मल में खून आ सकता है। ज्यादा खून आने से आयरन डेफिशियंसी एनीमिया हो सकता है जिससे कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इससे बचने के लिए 12 महीने की उम्र से पहले शिशु को गाय का दूध नहीं देना चाहिए।
क्या ब्रेस्ट मिल्क के साथ गाय का दूध दे सकते हैं
मेडिकल विशेषज्ञों के अनुसार एक साल या दो साल की उम्र के बच्चों को मां के दूध के साथ गाय का दूध दे सकते हैं। अगर बच्चा गाय का दूध पीना शुरू कर दे तो भी उसे स्तनपान करवाना बंद करने की जरूरत नहीं है।
अब तो आप जान गए ना कि शिशु को किस उम्र से गाय का दूध पिलाना चाहिए और उसके लिए इसके फायदे और नुकसान क्या होते हैं।